खेत से भविष्य तक ॥
भारतीय कृषि के भविष्य का सवाल पिछले काफी समय से लगातार उठ रहा है और हाल में कृषि सुधारों के तहत निजी थोक बाजार स्थापित करने की इजाजत, ठेके पर खेती, किसानों से सीधी खरीद और पूर्व में राज्य स्तर पर जमीन लीज पर देने और अब केंद्रीय कानून के तहत इसकी मंजूरी देने को लेकर ये सवाल और भी महत्वपूर्ण हो गया है। हालांकि, इस सवाल का जवाब जानने से पहले यह जरूरी है कि भारतीय कृषि क्षेत्र और इसके अहम साझेदारों यानी जमीन मालिक, पट्टेदार या लीज पर जमीन लेने वालों के बारे में चर्चा कर ली जाये।