मिश्रित कृषि प्रणाली अपना कर रुपेश ने किया तरक्की
सहरसा जिले के सत्तरकटैया प्रखंड के बरहशेर निवासी रुपेश कुमार, इन्होने माध्यमिक की पढ़ाई पूरी कर 1997 से ही खेती करते आ रहे हैं.... इन्होने खेती की शरुआत पारंपरिक फसलों धान एवं गेहूं से की लेकिन इन्हें इससे ज्यादा लाभ प्राप्त नहीं हो रहा था इससे परेशान होकर रुपेश ने जिले में स्थित कृषि विज्ञानं केंद्र की ओर रुख किया... सबसे पहले बागवानी फसलों की तरफ अपना रुख किया... शुरुआत में 5 एकड़ में आम का बगीचा लगाया इससे ज्यादा फायदा दिखने पर इन्होने अपने बगीचे को और विस्तार करते हुए 10 एकड़ जमीन पर आम का बगीचा लगा कर लगभग 2.5 लाख वार्षिक आमदनी ले रहे हैं | इसके अलावा एक एकड़ में केला की खेती, 20 एकड़ में धान, 20 एकड़ में गेहूं, 4 एकड़ में तेलहन,12 एकड़ में दलहन, 1 एकड़ में सब्जी उत्पादन,1 एक एकड़ में मशाला उत्पादन कर रहे हैं