जैविक खेती से आई तरक्की
कृषि विज्ञान केंद्र के सहयोग से सिद्दकी ने रासायनिक कीटनाशियों और फफुन्द्नाशियों के प्रयोग को बंद कर दिया और उसके जगह पर जैविक नियंत्रण पर जोर दिया.... जैसे ट्राईकोडर्मा द्वारा बीज और पौधा उपचार, नीम आधारित दवाओं का ससमय छिडकाव, फेरोमेन ट्रैप, बिजली चालित कीट फंदे इसके अलावा गोमूत्र का छिडकाव, छाछ का छिडकाव को अपनाया, खेती में मंहगे रासायनिक कीटनाशियों के प्रयोग बंद करने से लागत में भी कमी आई और इलाके के लोग आज खुशहाली पूर्वक सब्जियों की खेती करने लगें हैं