अमरुद की ट्विस्टिंग तकनीक से आई तरक्की
मो० रफ़ीक आलम फसल नियंत्रण के तौर पर शाखाओं में छत्रक प्रबंधन किया और ट्विस्टिंग तकनीक अपना कर मनचाहा यानी ऑफ़ सीजन फल प्राप्त करने लगे | इस तकनीक को मसाज तकनीक भी कहा जाता है | दरअसल इस तकनीक में अगस्त और सितम्बर महीने में या अपने सुविधा के अनुसार अमरुद की नई शाखाओं में ऊपर से 10 – 12 पत्तों को छोड़कर शाखा की बची पत्तियों को हटा देते हैं फिर निचे की तरफ झुकाते हुए बाएँ से दायें की तरफ हल्का सा मरोड़ देते हैं जैसे ही चट की आवाज आ जाय तो समझिये मसाज या ट्विस्टिंग हो गया... मसाज किये हुए पौधों में कुछ समय बाद आप देखेंगे की टहनियों के प्रत्येक नोड से नए फूल आ गए हैं | इस तकनीक के कारण आप तीन से चार साल के पौधों से 18 से 20 किलो फल प्राप्त कर सकते हैं