एमू पालन और समेकित कृषि प्रणाली
60 वर्षीय किसान शेखपुरा जिले के चैवारा गाँव निवासी ब्रह्मदेव प्रसाद.. इन्होने कृषि के कई नए तकनिकी का इस्तेमाल करते हुए बहुयामी किसानी में अपनी एक अलग पहचान बना ली है. ब्रह्मदेव प्रसाद ने इमू पालन शुरू किया... इमू एक औषधीय पक्षी है... इमू का एक अंडा बाजार में 500 से 700 रूपये तक और मांस 1000 रूपए कीलो तक बीक जाता है इसके अलावा इसका तेल काफी महंगा लगभग 5000 रूपये लीटर तक मिलता है . इसके अलावा श्री प्रसाद अपने खेतों में प्रयोगात्मक तौर पर कई फसलों.... फलों को लगा कर शोध कर रहे हैं | इनके खेतों में कई ऐसे औषधीय, मसालों के पौधे देख सकते है जैसे.. अंजीर . पत्रक... हिंग.. नवरत्न.. इलाइची... काली मिर्च... लौंग... जहाँ सिर्फ खेती से सिर्फ परिवार का भरण पोषण ही हुआ करता था वहीँ आज ब्रह्मदेव प्रसाद समेकित कृषि प्रणाली से लगभग 12 से 15 लाख रूपए सालाना आमदनी ले रहे हैं और अपने खेती में नित तये आयामों को जोड़ रहे हैं .....